नेताओं को मिलेगा टीम में तैंतीस फीसदी आरक्षण
भविष्य में होने वाले बदलावों के बारे में माकन ने कहा "सबसे पहले तो हम क्रिकेट को राजनीतिक स्थिरता के लिए एक टूल के तौर पर इस्तेमाल करेंगे। गठबंधन सरकारों के दौर में ये संभव नहीं होता कि गठबंधन के सभी सहयोगियों के सांसद केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह बना पाएं। लिहाज़ा भारतीय टीम में सांसदों को तैंतीस फीसदी आरक्षण दे दिया गया है। यानी तीन से चार सांसद हर टीम में चुने जाएंगे। ऐसे नेता खिलाड़ियों को केंद्रीय मंत्री के बराबर दर्जा मिलेगा। पूरी टीम भले ही होटल से स्टेडियम तक बस में आए मगर ये खिलाडी अपनी लाल बत्ती की गाडी में आएंगे। चूंकि बीसीसीआई का अपना रसूख है इसलिए हम क्रिकेट खेलने वाले बाकी देशों को आगाह करेंगे कि बल्लेबाजी के दौरान इन नेता खिलाड़ियों को सिर्फ अंडर आर्म बॉ़ल ही फेंकें। जब ये गेंदबाज़ी करें तो भूलकर भी इनकी गेंद पर चौके-छक्के न लगाएं। प्राइवेट कम्पनियों पर तो हमारा ज़ोर नहीं है मगर हमारी कोशिश रहेगी कि 'पल्स पोलियो' से लेकर 'सर्वशिक्षा अभियान' जैसे तमाम सरकारी विज्ञापनों में इन्हीं को काम दिया जाए।
धोनी जीत को सोनिया और राहुल के कुशल नेतृत्व की देन बताते नज़र आएंगे |
कप्तान का ज़िक्र करते हुए माकन ने कहा उसका अपना प्रभाव क्षेत्र होता है। लिहाज़ा हम चाहेंगे कि उसके प्रभाव क्षेत्र का फायदा हम चुनाव क्षेत्र में उठाए। इसलिए तय हुआ है कि नगर निगम से लेकर लोकसभा तक के चुनावों में, जहां भी सतारूढ़ दल का उम्मीदवार चुनाव मैदान में होगा, कप्तान को उसके प्रचार के लिए वक़्त निकालना ही होगा। लोकसभा चुनावों से दो महीने पहले और एक महीने बाद तक कोई क्रिकेट नहीं होगा। इस दौरान पूरी क्रिकेट टीम सतारूढ़ दल का प्रचार करेगी। वैसे भी लगातार क्रिकेट खेलना किसी के लिए संभव नहीं है। इसी बहाने उन्हें कुछ आराम मिलेगा और उनकी राजनीतिक समझ बढ़ेगी। क्या पता कल को उन्हीं मे से कोई सिद्दू या कीर्ति आजा़द की तरह सांसद बन जाए।
धन्यवाद भाषण
आख़िर में श्री माकन ने ये भी जोड़ दिया कि मैच भले ही किसी भी खिलाड़ी की वजह से जीता जाए मगर कप्तान को कहना यही होगा कि ये हमारी नहीं, सोनिया और राहुल गांधी के कुशल नेतृत्व की जीत है। उनके कुशल मार्गदर्शन के बिना ये संभव नहीं होता। इस पर जब एक पत्रकार ने पूछा और मैच हारने पर क्या इसका ज़िम्मा स्टेट यूनिट पर डाला जाएगा, सवाल में बिहार चुनावों का संदर्भ पा माकन ने फौरन हाथ खड़ा कर कह दिया...नो मोअर क्वेश्चन प्लीज़!
वहीं फेकिंग न्यूज़ को इस बात की भी जानकारी लगी है कि ये तो शुरूआत भर है अगर क्रिकेट टीम के कब्ज़े का प्रयोग सफल रहता है तो हॉकी से लेकर खो-खो, कबड्डी और वॉलीबॉल तक सभी खेलों पर सरकार यही नियम लागू कर देगी।